पहली बार कोडरमा से महिला सांसद बनी अन्नपूर्णा देवी
साल 2019 में राजनीतिक सुर्खियॉ बनी। इस वर्ष कई उपलब्धियॉ हासिल की गई। वहीं कई राजनीतिक उलट फेर हुए। खासकर 9 वर्ष 2019 चुनावी वर्ष रहा। लोकसभा व विधानसभा के चुनाव हुए। कोडरमा सांसदीय क्षेत्र से
महागठबंधन की ओर से बाबूलाल मंराडी एवं भाजपा की ओर से
अन्नपूर्णा देवी चुनाव लडीं। इसमें पहली बार कोडरमा संसदीय क्षेत्र से महिला प्रतिनिधि के रूप में अन्नपूर्णा देवी चुनाव जीतकर
कोडरमा का नाम रौशन किया। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में माले की ओर से राजकुमार यादव भी इस चुनाव में उतरे थे। कोडरमा संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद के रूप में डॉ रविन्द्र राय की टिकट काटा गया। वे पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं राजद की प्रदेश अध्यक्ष सह कोडरमा से
तीन बार विधायक रही अन्नपूर्णा देवी को भाजपा में शामिल कराया गया और उन्हें कोडरमा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडाया
गया। यह चुनाव उथल-पुथल का रहा। वहीं 12 दिसम्बर को
विधानसभा का चुनाव भी संपन्न हुआ । यहॉ शिक्षामंत्री डॉ नीरा यादव दूसरी बार विधायक बनीं। इस चुनाव में भाजपा नेत्री सह जिला परिषद की अध्यक्ष शालिनी गुप्ता भी
पार्टी को छोडकर आजसू से चुनाव मैदान मेंं उतरी। इसके अलावा महागठबंधन की ओर से सुभाष यादव ने पर्चा भरा लेकिन रद्द हो गया। उनकी जगह अभिताभ चौधरी को चुनाव लडाया गया।
जो कि दूसरे स्थान पर रहे। चुनाव के दौरान कई पार्टी
कार्यक्रर्ता व पदाधिकारी दूसरे दलों में शामिल हुए। इसमें मुख्य रूप से आजसू के जिला अध्यक्ष संजय यादव, माले के रामधन यादव, जेवीएम के खालिद खलील और सुनील यादव भी महागठबंधन में
शामिल हुए। जयनगर और चंदवारा में भी कई दलीय और निर्दलीय प्रत्याशियों ने पासा पलटा। इसमें बरही विधानसभा में भी दिलचस्प मोड आया। यहां कॉंग्रेस के विधायक मनोज यादव ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर बरही से चुनाव लडा। वहीं भाजपा के पूर्व विधायक उमा शंकर अकेला क्रॉग्रेस की सदस्यता ग्रहण की और बरही से प्रत्याशी बने और चुनाव जीते। इसके अलावा बरकटठा से भाजपा की ओर से वर्तमान विधायक जानकी यादव चुनाव लडे और यहॉ भाजपा के ही बागी अमित यादव ने निर्दलीय चुनाव जीता। बरकटठा से राजद की ओर से खलीद खलील भी चुनाव लडे और उन्हें हार का सामना करना पडा।