आज सोचते सोचते मन में ख्याल आया है
जिंदगी क्या है यह सवाल आया है
सोचा चलो एक सफर पर निकलते हैं
कुछ रिश्ते कुछ यादें कुछ एहसासों से मिलते हैं
जिंदगी से ही जिंदगी तू क्या है पूछते हैं
वक्त से पहले ही इन सवालों के जवाब ढूंढते हैं
चलो एक सफर पर चलते हैं।।
क्या जिंदगी एक गाड़ी है जो हमेशा चलती रहती है
या जिंदगी एक समय है जो किसी के लिए नहीं रुकती है
क्या जिंदगी एक खूबसूरत दिन है जो रोज नयी उम्मीदे देती है या जिंदगी एक काली रात है जिसमें परछाई तक साथ छोड़ जाती है
क्या जिंदगी एक बचपन है जिसमें कोई दुख नहीं होता
या जिंदगी एक बुढ़ापा है जिसमें मिलकर कोई सुख बांटने वाला तक नहीं होता
क्या जिंदगी एक कामयाबी है जिसके लिए लोग अपनों तक को पीछे छोड़ जाते हैं
या जिंदगी वह नाकामयाबी है जिसमें सिर्फ अपने याद आते हैं
क्या जिंदगी वह सुख है जो मां अपने बच्चों के पहले रोने पर महसूस करती है
या जिंदगी वह दुख है जो पल में हमें किसी से सदा के लिए दूर कर जाती है
क्या जिंदगी एक सहारा है जो हर हमसफर बुढ़ापे में एक दूसरे का बन जाता है
या जिंदगी बच्चों के उसे बेसहारेपन का नाम है जो मां-बाप को बूढ़े होने से रोक नहीं पता है
क्या जिंदगी इतनी फालतू है जिसे हम लड़ने रूठने और मनाने में बिता देते हैं
या जिंदगी उतनी कीमती है जितनी हर इंसान का आत्मसम्मान होता है
क्या जिंदगी कल है जिसकी चिंता में हम आज जीना भूल जाते हैं
या जिंदगी वह आज है जिस पर मेहनत करके हम कल सवार सकते हैं
क्या जिंदगी वह प्यार है जिसमें तुम और मैं हम बन जाते हैं
या जिंदगी वह नफरत है जिसके कारण सरहदे खींच जाते हैं
क्या जिंदगी वह प्यारी हंसी है जिससे हम रूठो को फट से माना लेते हैं
या जिंदगी वह आंसू है जो हर रात न जाने कितने तकिये भिगो जाते हैं
क्या जिंदगी एक सवाल है जिसके जवाब पाकर शायद हम सही मायने में जीने लगे
या जिंदगी खुद ही एक जवाब है जो प्रश्न के साथ बदलते रहती है
क्या जिंदगी एक मंजिल है जिसे पाने की होड़ में लोग जीना भूल जाते हैं
या जिंदगी का कोई ठिकाना ही नहीं की कब किसकी ना जाने कहां खत्म हो जाए
जिंदगी जो भी है बस आज है अब है अभी है
जिंदगी तुमसे है खुद से है
अपनों से है रिश्ते नाते से है
न जाने कितने टूटे वादों से है जिंदगी बस प्रेम से है
जिंदगी बस हम से है
छात्रा — श्रीषा