कोरोना के अंधकार को,
अपने साहस-शौर्य से मिटाएं,
आओ मिलकर दीया जलाएं।
जीवन पर है मौत का पहरा,
संकट बादल घना है गहरा,
डरा-डरा है मानव चेहरा,
इन चेहरों पर खुशियां लाएं,
आओ मिलकर दीया जलाएं।
कोरोना अब लहर गया है,
ज्ञान-विज्ञान सब ठहर गया है,
कोरोना ने कहर है ढाई,
बनी नहीं अभी कोई दवाई,
संकट में हम न घबराएं,
एक-दूजे से दूरी बढ़ाएं,
आओ मिलकर दीया जलाएं।